Posts

Showing posts from September, 2020

जय मां लक्ष्मी

Image
 🌷ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:🌷    🌺शास्त्र में कपूर एवं गंगाजल के कुछ ऐसे उपाय बताए हैं जो आपके घर में धन की वर्षा करा सकते हैं, हमारे इन छोटे-२ उपायों से घर में सुख समृद्धि एवं खुशहाली आती है 🌺गंगाजल को मां के समान माना जाता है तथा इसके महत्व से हर कोई परिचित है, यहां तक कि वैज्ञानिकों का भी कहना है यह कोई साधारण पानी नहीं है, गंगा का पानी कभी दूषित नहीं होता है। , 🌺जिस तरह गंगाजल का हिंदू धर्म में महत्व है उसी प्रकार र्कपूर भी हिंदू धर्म में अपना एक महत्व रखता है, चाहे घर हो या फिर मंदिर अथवा यज्ञ और विशेष पूजा पाठ हर जगह र्कपूर आरती में उपयोग में लाया जाता है, यह देवताओं को *प्रसन्न* करने के उपयोग में लाया जाता है इसके साथ ही इससे वातावरण भी *सकरात्मक* बनता है।  ,🌺र्कपूर से निकली हुई सुगंध एवं इसका धुंआ आसपास के वातावरण को निर्मल, स्वच्छ एवं दिव्य बनाता है। शास्त्र में कपूर एवं गंगाजल के कुछ ऐसे उपाय बताए हैं जो आपके घर में धन की वर्षा करा सकते हैं, हमारे इन छोटे-२ उपायों से घर में सुख समृद्धि एवं *खुशहाली* आती है।  ,🌺रोज सुबह सूरज उगन...

पितृदोष: लक्षण और उपाय

Image
 ❇️🌺जमा पूंजी और मान सम्मान में आने लगे कमी तो ये हैं पितृ दोष : 🌺पितृ पक्ष में श्राद्ध कर्म को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है. पितृ पक्ष में विधि पूर्वक पितरों का श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान करने से जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होती है. श्राद्ध करने से पितृ दोष दूर होता है. आइए जानते हैं पितृ दोष के बारे में. :   : 🌺पितृ दोष को ज्योतिष शास्त्र में बहुत ही अशुभ माना गया है. जिस व्यक्ति की जन्म कुंडली में पितृ दोष होता है उसका जीवन संपूर्ण जीवन संकट और परेशानियों से भर जाता है. ऐसे व्यक्ति को जीवन में छोटी छोटी चीजों को पाने के लिए कठिन परिश्रम करना पड़ता है. किसी का अहित न करने पर भी ऐसे लोगों के अनेकों छिपे हुए शत्रु होते हैं जो निरंतर बाधा और परेशानी पैदा करते रहे हैं. जन्म कुंडली में जब नवम भाव में राहु या केतु विराजमान हो जाएं तो समझ लें कि व्यक्ति पितृ दोष से पीड़ित है. लेकिन जिन लोगों को अपने जन्म का समय ज्ञात नहीं है वे पितृ दोष का कैसे पता लगाए, आइए जानते हैं. 🌺पितृ दोष के लक्षण🌺 पितृ दोष होने पर घर में विवाद की स्थिति बनी रहती है. घर के बड़ों का सम्मान धीरे धीरे...